519. अबू जर रजि अल्लाह तआला अन्हो से रिवायत है , उन्होंने कहा कि रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया , मेरे रब की तरफ से मेरे पास एक आने वाला आया , उसने मुझे खुशखबरी दी कि मेरी उम्मत में से जो आदमी इस हालत में मरे कि वह अल्लाह के साथ किसी को शरीक न करता हो तो वह जन्नत में दाखिल होगा , मैंने कहा अगरचे उसने जिना और चोरी की हो। आपने फरमाया , हां अगरचे उसने जिना किया हो और चोरी भी की हो । मतलब यह है कि जो आदमी तौहीद पर मरे तो वह हमेशा के लिए जहन्नम में नहीं रहेगा , आखिरकार जन्नत में दाखिल होगा , चाहे अल्लाह के हक जैसे जिना और लोगों के हक जैसे चोरी ही क्यों न हो। ऐसी हालत में लोगों के हक की अदायगी के बारे में अल्लाह जरूर कोई सूरत पैदा करेगा। अब्दुल्लाह रजि अल्लाह तआला अन्हो ने फरमाया कि जो आदमी शिर्क की हालत में मर जाये वो दोजख में जायेगा और यह कहता हूं जो आदमी इस हाल में मर जाये कि अल्लाह के साथ किसी ...